सफर क्या है।।।
जिंदगी का सफर।।।।एक मुसाफ़िर है हम।।।।
पता नहीं कब और कहा से शुरू होता है ये सफर।।।
साथ बहुत अजनबियों से शुरू होता है।।।
कुछ पलभर में छोड़ जाते है।।।
कुछ खाश बन जाते हैं।।।
कुछ जिंदगी की अहमियत बन जाते है।।।
तो कुछ खुद जिंदगी बन जाते है।।
बस चलते रहना है।।
कोई जुनून बन जाता है।।।
कोई बहुत अच्छा दोस्त बन जाता है।।
तो कोई हमसफर बन जाता हैं।।।
फिर एक दिन सब छूट जाता है।।।
और हम खुद खो जाते है।।।
बस ऐसा होता है सफर??
- Kamlesh Parmar