अटल विचार, अटल ध्येय, अटल थे जिनके काम,
भारत माँ का दीपक जलाया, बढ़ाया देश का मान।
संघ की शाखा में बोया, सेवा का बीज महान,
आरएसएस ने रचा था नेता, नाम था अटल विहान।
शब्दों के जादूगर थे, कवि मन के थे अनमोल,
नेतृत्व का दीपक जलाया, दिखाया प्रगति का मार्ग खोल।
पोखरण की धरती पर गूँजा उनका उद्घोष,
परमाणु शक्ति से बनाया भारत को अटल और जोश।
कारगिल की वीरगाथा, साहस की वो परिभाषा,
सैनिकों के प्रति सम्मान, अटल का था विश्वास।
"जय जवान, जय किसान" का दिया उन्होंने नारा,
हर दिल में जगाया स्वाभिमान, हर गाँव तक पहुँचाया सहारा।
संवाद, शांति, पराक्रम के वो थे अद्भुत संगम,
संघर्षों में तपकर बने वो नेतृत्व का युगधर्म।
सड़कों से जोड़े गाँव-शहर, हर कोना पास किया,
"स्वर्णिम चतुर्भुज" का सपना, धरातल पर साकार किया।
हर शब्द उनका अमृत था, हर कदम उनका प्रेरणा,
अटल बिहारी जी का जीवन, देशभक्ति की परिभाषा।
संघ की मिट्टी से उपजे, सत्यनिष्ठा जिनका आधार,
भारत माँ के सच्चे सपूत, अटल जी से बना संसार।
शताब्दी पर अर्पण करते, ये श्रद्धा के फूल,
आपके कर्मों से रोशन है भारत का हर मूल।
अटल थे, अटल हैं, अटल रहेंगे युगों तक,
आपके सपनों का भारत, रहेगा सदा चिरंतन तक। - ©️ जतिन त्यागी