मुझे लगता है चाय के अंदर डाली हुई
चीनी का भी दिल होता है उसकी भी सेल्फ रिस्पेक्ट होती है अगर आप उसके होते हुवे किसी दूसरी मीठी चीज़ को खायें तो वो चुप चाप अपना स्वाद लेकर कहीं चली जाती है और उसके बाद सब कुछ फीका फीका लगने लगता है और शायद यही हिसाब मोहब्बत का भी है