उन्होंने मुझे कुछ इस तरह बना दिया
मानो मैं कितनी बेवकूफ़ हूँ
अगर बे इन्तहा किसी को मोहब्बत करना बेवकूफी हैँ तो हाँ मैं बेवकूफ़ हूँ
उन्हें किसी से खुशमीजाजी से बात करते देख लेना, मुझसे ज्यादा अज़ीज़ समझना
अगर मैंने कुछ कहा अपने हक़ के लिए
अगर ये बेवकूफी हैँ तो हाँ मैं बेवकूफ़ हूँ
शायद उन्होंने मुझे समझा ही नहीं
अगर मैंने उन्हें समझने की कोशिश कराया
अगर ये बेवकूफी हैँ तो हाँ मैं बेवकूफ़ हूँ
सच मे,मैं बेवकूफ़ हूँ
- SARWAT FATMI