कुछ इस तरह से तुमसे यूं मोहब्बत निभाएंगे,
तुम्हारे दर्द को अपनी रूह में बसाएंगे...
लफ़्ज़ों में बयां करना मुश्किल है थोड़ा,
हर ख़ामोशी में तुम्हें आवाज़ दे जाएंगे....
आँखों से जो बहते हैं ये अश्कों के दरिया,
हर बूँद में तेरा नाम सजायेंगे...
तुमसे दूर रहकर भी, करीब महसूस करेंगे,
तेरी यादों का दामन पकड़े, यूँ ही जीते जाएंगे....
समझाना थोड़ा मुुश्किल सा लगता है
हाथों के लकीरों में शामिल न भी हो तो
उस खुदा से भी लड़ जायेंगे ...
Manshi K