लड़को की तकलीफें :
कौन कहता है लड़के को तकलीफ नहीं होती,
कौन कहता है लड़के को तकलीफ नहीं होती,
तकलीफें तो है बस दिखते नहीं।
इंसान हम भी हैं तकलीफ हमें भी होती है,
जब बाप बीमार होता और मां रोती है,
तोह मेरे आंसू उन्हें अंदर से तोड़ ना दे,
यही सोच कर सारे आसूं हम अपने अंदर दबा लेते है।
इश्क, मोहब्बत और दर्द हमें भी तोह होती है,
जिसे चाहा वो किसी और के साथ में होती है,
आंखे तोह खामोश होता दिल रो पड़ता है,
तुम क्या जानो एक लड़के के दिल में कितना दर्द होता है।
तुम अपने ज्जबात अश्कों में बहा देते हो,
और अपना दर्द सबको बता देते हो,
तोह हम अपने दर्द को सीने में दबा लेते है,
और इस दर्द को एक दिन अपनी मौत बना लेते हैं।
कौन कहता है लड़के रोते नहीं,
रोते तो है बस दिखता नहीं,
बहन की शादी हो या भाई की पढ़ाई,
या घर में लेटे उस बूढी मां की दवाई।
परिवार की ज़िम्मेदारी हमें सोने नहीं देती है,
हम भी अपना दर्द सबको बताना चाहते है,
पर उस बाप की आसूं भरी आंखें,
मेरे आंसुओं को बाहर आने नहीं देती।
✍🏻✍🏻✍🏻 Aamir Raza Khan