फिर एक बार तुमसे मोहब्बत होगयी
बे इन्तहा
मेरी लाख कोशिशो के बाद फिर तेरा हाथ
मेरे हाथों को थाम लिया
फिर अँधेरे कमरे से निकाल कर
रौशनी मे ला खड़ा कर दिया
फिर एक बार मुस्कुराना सिखा दिया
फिर एक बार खुद मे जीना सिखा दिया
के फिर तुमसे मोहब्बत होगयी बे इन्तहा ❤️
- SARWAT FATMI