सुनो !
तुम बेहद हो
खूबसूरत भी, ज़रूरत भी
तुम ख़ास हो
कल भी, हर पल भी
तुम बात हो
पूरी भी, अधूरी भी
तुम दर्द हो
ना होने की, ना पाने की
तुम हिस्सा हो
रातों की, मुलाक़ातों की
तुम मुस्कान हो
मिलने की, मिल जाने की
तुम मिठास हो
चाय की, मेरी राय की…💞
@everyone