बेशक तूम मेरी जिंदगी में नहीं
पर तुम मेरे वो इंतज़ार हो
जो कभी ख़तम नहीं होगी
टूट कर फिर खड़ी हो जाउंगी
उसी जगह फिर जाकर खड़ी हो जाउंगी
हवाओ में महसूस करूंगी तुम्हारे होने का
शायद कही से तुम पुकार लो
मेरे हाथो को थाम लो
मुझे गले लगाते हुए कह दो
बस इंतज़ार की घड़िया ख़तम होगयी....
- SARWAT FATMI