🦋...𝕊𝕦ℕ𝕠 ┤_★__
इतनी सी बात थी मगर आँसू
छलक पड़े.
ख़्वाबों की बारात थी मगर आँसू
छलक पड़े,
उम्रभर करता रहा हूं मैं जिसका
इन्तज़ार.
उससे हुई मुलाक़ात मगर आँसू
छलक पड़े,
एक लफ़्ज़ भी न कह पाया
उसके सामने.
रोक़ा बहुत ज़ज़्बात मगर आँसू
छलक पड़े,
समझाता रहा अपने दिल को मैं
बार-बार.
न बयां हो अपने हालात मगर
आँसू छलक पड़े,
इतनी मिली खुशियाँ न पलकों
में समा पाए.
मिल गई क़ायनात मगर आँसू
छलक पड़े...🔥
╭─❀💔༻
╨──────────━❥
♦❙❙➛ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी•❙❙♦
╨──────────━❥