ऐसे लोगों से जीवाभर दूरियां बना लेना ही बेहतर है.. जिसे हमारे अस्तित्व मौजूदगी से नफरत है.. ऐसे लोगों की शक्ल ना देखनी चाहिए ना खुद की शकल दिखानी चाहिए उनको...!!!! अंत ही प्रारंभ है..।
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जिस क्षण से हमारा मन अपने और दूसरों के लिए "शुभ" सोचना प्रारंभ कर देता है, "शांति" उसी क्षण से हमारे जीवन में प्रविष्ट हो जाती है!!
मेरे विचार 💭 💭 💭 💭 💬 💬 💬 MY THOUGHTS
सर्व मंगल मांगल्ये।
मुजे चाहने वाले और दिल से नफ़रत करने सबका मंगल हो।
प्रेम अनंत है, इसका सिर्फ प्रारंभ होता है अंत कभी नहीं हो सकता।