प्रेम करना सरल होता है,
पाना अधरा होता है।
जीर्ण होता बदन सदाय,
मन से सदा द्विधा होता हैं।
मुक मौन चाहत सपनो के ,
अपने पन मे पर होता हैं।
कभी कोई स्मरण मे रहे,
उभरे भाव दिल खुश होता हैं।
जहा होता प्यार परम का,
वहा कभी स्वयं फना होता हैं।
मनरव तन नाम बहें कन कन,
तन रव रज तृण भी होता हैं।