कोरा कागज़ तुम बन जाना
नीली स्याही से मैं तुम्हे लिखना चाहती हूं.....
प्यार , इश्क और न मोहब्बत इन शब्दों को छोड़कर
कभी न खत्म होने वाली ऐसी चाहत लिखना चाहती हूं....
बनकर हवा मैं तुमसे टकराना चाहती हूं
तो कभी बेजुबान बन तुम्हे महसूस करना चाहती हूं.....
हां कभी खत्म न होने वाली ऐसी आशिकी तुमसे मैं करना चाहती हूं.......
Manshi K