इश्क भी था तुमसे ही तुम से ही थी दोस्ती
एक बार जानें से पहले तुम ये तो सोचती

अपने अंदर के आशिक को तो मना भी लू
पर अंदर के दोस्त को कोनसा बहाना दू

आशिक दिल तो फिर किसी से दिल्लगी कर लेगा
पर जिस दिल ने दोस्ती खोई वो कैसे संभलेगा

Hindi Quotes by Lotus : 111943404
New bites

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