रातों की चुप्पी, दिन की हसरतें,
दिल की दहलीज़ पर बिछी हुई हैं....
आंसुओं की गहराई, ज़िन्दगी के इश्क में,
हर खुशी, अब यादों की रेत पर लिखी हुई है....
खो गए हम, उन पुरानी राहों में,
हर मोड़ पर बस, सिसकियाँ मिलती रही है.....
यादों की किताब, अब अधूरी सी लगती है,
दिल की दुआ, बस एक ख्वाब में हंस कर रोती रही है....
-Manshi K