ll गुरु वंदना ll
गुरु ऐसा न करिए,ज़ो करनी और करणी में दिखे फेर !
गुरु ऐसा न कभी करिए ज़ो हो जाय सब शिष्य का ढेर ll
सुंदर पत्नी शिष्य की बैठी हो पति साथ गुरु के सामने !
गुरु के मन मे हो हलचल ऑंखें चंचल नज़र हो पल पल ll
गुरु ऐसा कीजिए ज़ो हो आँखों मे नमी,शास्त्रोंमे गंभीर !!
जिनको मिला गुरु तुकाराम,जलाराम,पांडुरंग,संत कबीर ll
- वात्सल्य