इश्क हूं मैं कोई एतबार नही
हां सच है ये मुझे किसी से प्यार नहीं
मरती हूं मैं खुद की अदाओं पर ही
तेरा जिक्र किया है बस कोई हिसाब नहीं .....
खत हूं मैं कोई बिखरा अल्फाज नही
अभी चुप हूं मैं मगर खामोश नही
कहते है सारे मैं थोड़ी सी ना समझ हूं
तो जरा बता दूं मैं उनको
मैं इंसान हूं कोई दुआ फरियाद नहीं.......
-Manshi K