ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
न उमर की सीमा हो
न जनम का हो बंधन
न उमर की सीमा हो
न जनम का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नई रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
नई रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
❤️