हम जब तक अपनों या अपने आसपास वालों को खुश करने की कोशिश करते हैं, उन्हें खुश करने में लगे रहते हैं, तब तक हम खुद दुःखी रहते हैं। क्योंकि दूसरे कभी ख़ुश नहीं होते। हम जितना करते हैं उनकी उम्मीदें उतनी बढ़ती हैं। इसलिए हमें आत्मज्ञान पर काम करना चाहिए ताकि हम ईश्वर को खुश कर सकें।
-Riya Jaiswal