// खूबसूरत पड़ोसन//
सुबह हुई, मैंने बालकनी में झांका, सहसा मेरी नजर सामने की खिड़की पर पड़ी । मैंने देखा कि एक खुबसूरत स्त्री सामने खड़ी है। सूरत उसकी चांद सी तेज़, मुख कमल सा खिला-खिला, होंठ मानो गुलाब की पंखुड़ियां, उसकी नज़र भी मुझ पर पड़ी। वो हंसी।
उसकी मुस्कान ने मुझे बेजान-सा बना दिया ।
क्षण भर के लिए मैं पत्थर हो गया। इतनी खूबसूरती मैं पहली बार देख रहा था।
वह तो मुस्कुरा कर मेरी जान निकाल कर चली गई कमरे में । सारा दिन मैं सोचता रहा। खुदा ने क्या मूरत बनाई है।
जब रात हुई, घना अंधेरा छा गया, अचानक मोहल्ले में शोर मचा। एक कार आई। उनमें से दो-तीन आदमी उतरें। मैं बालकनी में आया। देख कर में अचंभित रह गया। वह खूबसूरत औरत को घसीटकर कार में बिठाकर वो लोग चले गए। इसके बाद वह स्त्री कभी दिखाई नहीं दी । किसी को मालूम नहीं क्या हुआ।
©®✍️... drdhbhatt...