विषय - कोई तो होगा
जो बालों की सफेदी न देखकर,
उसके बालों में उंगलियां सहलाएगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे दिल से अपना बतायेगा।।
जो उसके चेहरे की बिंदी न देखकर,
उसके ललाट को चूम जायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे अपनेपन का एहसास करायेगा।।
जो उसके चेहरे की झुर्री न देखकर,
उस मासूम से चेहरे को समझ पायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे उसके दिल से जान जायेगा।।
जो उसके अधरों की लाली न देखकर,
उसकी मधुर मुस्कान को देख पायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे एक प्यारी सी मुस्कान दे जायेगा।।
जो कंपकपाती हथेलियों को न देखकर,
अपने हाथों में हाथ लेकर,प्यार से दबायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे साथ होने का एहसास करायेगा।।
जो लड़खड़ाते कदमों को न देखकर,
उसका हम कदम बन जायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसका हमराही बन साथ निभायेगा।।
जब वह अपने आप को खोने लगे तो,
उसके होने के वजूद को याद दिलाएगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसके होने का एहसास करायेगा।।
जवानी की उम्र ढलती हुई देखकर भी,
उसे युवा होने का आभास करायेगा।
कोई तो ऐसा होगा जो,
उसे जीवन जीने की कला सिखायेगा।।
किरन झा (मिश्री)
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री