जाने वाले को कौन रोक पाया है,
वो अपने आप का ही सताया है।
जख्म दिखा रहा था महफिल में,
उसमें से ही किसी ने नमक लगाया है।।

😂मिश्री😂

-किरन झा मिश्री

Hindi Shayri by किरन झा मिश्री : 111927695

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