यद्युत्तरोत्तराभावे पूर्वरूपं तु निष्फलम् ।
निवृत्तिः परमा तृप्तिरानन्दोऽनुपमः स्वतः ॥
मायोपाधिर्जगद्योनिः सर्वज्ञत्वादिलक्षणः ।
पारोक्ष्यशबलः सत्याद्यात्मकस्तत्पदाभिधः ॥
A miracle!'
That knocks me out.
There is a charge
For the eyeing of my scars, there is a charge
For the hearing of my heart--
It really goes.
And there is a charge, a very large charge
For a word or a touch
Or a bit of blood
Or a piece of my hair or my clothes.
So, so, Herr Doktor.
So, Herr Enemy.
रोंमाटिक सांग मोहब्बत ए जज्जबाती दुका इस शहर में
देखे तो सही कुछ लेकर देकर सब लबादु इस लहर में
भारत जुड़ा न्याव सरीसा
मजनू महफिल मुहब्बत बोल
राम राम हे राम बुलावे
देखे हरषे समझे लोग