इस कहानी की शुरूवात होती है एक घनी अंधेरी रात से। जहाँ एक आदमी बड़ी तेजी से जंगल के रास्ते पर चला जा रहा था। अचानक से उसे कुछ आहट सुनाई दी। उसने इधर उधर देखा पर उसे कुछ दिखाई नहीं दिया। एक तो जंगल, और ऊपर से घना अंधेरा। किसी को भी ऐसे मे डर लग सकता है।
आहट सुनने के बाद वो आदमी और तेजी से चलने लगा। उसे अब बहुत ज्यादा घबराहट होने लगी थी। उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे उसका कोई पीछा कर रहा हो। वो अचानक से दौड़ने लगा।
वो थोड़ा आगे पहुंचा ही था की तभी अचानक से झाड़ियों से एक जानवर निकलकर बाहर आया और उसपर हमला कर दिया। वो आदमी कुछ समझ पाता उससे पहले ही उस जानवर ने उसे जान से मार दिया।
देखते ही देखते वो जानवर उस आदमी को लेकर जंगल मे कहीं गायब हो गया।
अगली सुबह पास ही के गांव में रहने वाले कुछ लोग जंगल मे लकड़ियां जमा करने के लिए आयें। लकड़ी जमा करते करते एक लड़की को थोड़ी दूरी पर झाड़ियों में कुछ दिखाई दिया।
जब उसने पास जाकर देखा तो वहां पर किसी इंसान के कटे हुए पैर झाड़ियों में पड़े हुए थे। उसने जैसे ही कटे हुए पैर देखे वो थर थर कांपने लगी। डर के मारे उसकी चीख निकल गई।
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कहानी का नाम
“Ye Kaisa Raaz Hai”
-Vijay Sanga