।। जय श्री राम ।।
“राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।
सह्स्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने ।।”
राम...राम...राम...राम...
राम नाम की धून सारे संसार में गाजे।
शहर नगर हर गली सुमधुर राम भजन बाजे।
आज अयोध्या नाच रही हर मन कहे रहा।
सब की इच्छा पूरी करे मेरे रामलला।
राम...राम...राम...राम...
अनंत सालो का विरह अब आज टूटेगा।
भक्त और भगवानका शुभ दर्शन होगा।
राक्षस, दानव, मानव सब ये कहे रहा।
सब की इच्छा पूरी करे मेरे रामलला।
राम...राम...राम...राम...
आओ मनाए हम मिलकर दिवाली प्रेम से।
हर घर दीप रोशन हो प्रभु आगमन से।
खुशी के आंसू बहते, हर आंसू कहता।
सब की इच्छा पूरी करे मेरे रामलला।
राम...राम...राम...राम...
सिया राम...राम...राम...राम...
बोलो राम...राम...राम..राम...जय श्री राम.
अशोक उपाध्याय।