500 से ज्यादा प्रतिदिन रोड़ एक्सीडेंट में मृत्यु का प्राप्त होते है, हजारों घायल होते है । प्रत्येक वर्ष लाखों की तादाद हताहत हो रहे है परन्तु प्रभावी कानून की दरकार है सकुचित हो रहे परिवार कानूनन घाव झेल रहे है । यह तो वही बात है लाखो लाख खर्च हैल्थ स्ट्रेक्चर करने के बाद औसत भारतीय डायबिटिज का शिकार होकर स्ट्रेचर पर है । ढूढों तो सही एकाउण्टेबिलिटी या रूल आफ लॉ