“अेक गहन शोचनीय प्रश्न ? “
जो माँ है वहीं तो साँस है,
फिर माँ क्यों अच्छी और
सास क्यों बुरी है !
जो बेटी है वही तो बहु है
फिर बेटी क्यों लाड़ली और
बहु क्यों बुरी है?
बेटी का दु:ख ही क्यों
सिने को चीरता है और
बहु से नज़रें भरी है?
लोभियों ने बेशक बहु पे
तेल डाला,
पर जब भी जली है तो
बेटियाँ है ॥
🥵 🙏