सितम्बर तुम्हारा स्वागत है
नव पल्लित प्रकृति के नवमे शाहजादे तुम
शीतलता की लहरों के संग आए तुम
साथ लाए त्योहारो की सौगात तुम
तीज की हरियाली छाई तेरे आगमन से जैसे धरती को उपहार दिया हरित रंगी चुनरी का
बढ़ा दी महिमा तुमने गुरु शिष्य परंपरा की.... शिक्षक दिवस का उत्सव मनाकर...अहो आश्चर्य!!! ब्रह्मांड के पालन हार श्रीकृष्ण जन्म भी हुआ तेरे सानिध्य में.....ओ सितम्बर है ना तुम महान...चाहे गणेश उत्सव चाहे पितृपक्ष श्राद्ध सबको समेत इस माह में...
त्योहारो की जोली लेकर बटोर दिया प्यार सबके दिल मे...
खास हो गए सितम्बर ....
क्योकि...
तुम खुशियां और भक्ति मिश्रित माहौल के योगी हो
इसीलिए दिल से स्वागत है तेरा...
-Shree...Ripal Vyas