नाकाम मुहब्बत है ये।।
रूसवाई है तो कहीं तन्हाई है।।
क्या करें तू दिल का बेदर्द इश्क है।।
तूं ने तो वेवफाई की पर मैंने तो तुमसे ही मुहब्बत किया।।
चारों तरफ शहनाई थी।।
पर अन्दर था मातम।।
ये दर्द भी दिया तुमने।।
अब दवा भी तू दे दे।।
नाकाम मुहब्बत है। मुहब्बत है। मुहब्बत है।।
-RACHNA ROY