🇳🇪आजादी🇳🇪
आजादी के इस पावन पर्व का,
हर्षोल्लास से स्वागत करते हैं।
भारतमां को स्वतंत्र कराने वालों का,
हृदय से शत शत नमन करते हैं।।
धन्य थी वो माताएं,
जिन्होंने वीर सपूतों को जन्म दिया था।
अपने लहू की एक एक बूंद बहाकर,
इस धरा को अंग्रेजों से मुक्त किया था।।
कुछ गद्दारों की कुटिल मानसिकता ने,
अखंड भारत को खंड खंड किया था।
सनातन संस्कृति को क्षति पहुंचाने के लिए,
भारतवासियों को जाति जाति में खंड किया था।।
कुछ जयचंदो ने अपने लाभ के लिए,
विदेशियों से हाथ मिलाया था।
लोभ और जाति पाती का विष भरकर,
अपनों को अपनों से लड़वाया था।।
अब बहुत हो चुका आपस में लड़ना,
एकजुट होकर हम सब तैयार रहें।
विघटित हो चुके भारतवर्ष को,
अब पुनः अखंडता प्रदान करें।।
सत्य सनातन का परचम लहराकर,
अखंड भारत की ओर कूच करें।
घर घर में तिरंगे के साथ साथ,
जय हिन्द,वंदे मातरम् का उदघोष भरें।।
किरन झा (मिश्री)
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री