(बाल कविता )
झंडा ऊँचा रहे हमारा ---------------------------
देश का झंडा सब फैलाएं
हम बच्चे गाएं गान
सब को हो फिर देश पर
और खुद पे अभिमान ।
आजादी हमको मिली है
काँटों की सेज पर चलकर
कितने शहीद हो गए हैं
देश की माटी पर मरकर।
झंडा ऊँचा रहे हमारा
गाते सदियों से गीत हैं
इसकी खातिर कई मिटे
खोए अपने मनमीत हैं।
आओ मिलकर करें प्रतिज्ञा
रक्षा करें अपने देश की
भविष्य हमारे हाथ है जब
बात करें संस्कार के परिवेश की।
झंडा ऊँचा रहे हमारा
गीत हम दोहरायेंगे
विश्व में फिर अपनी एक
नयी पहचान बनायेंगे ।
आभा दवे©
मुंबई