मतलब से हम दोस्ती करते ही नहीं है,
दोस्ती की है तो आजीवन इसे निभायेंगे।
गम का दौर हो या खुशियों की बौछार,
छोड़कर तुम्हें हम कभी भी नहीं जायेंगे।।
हम दोनों की निस्वार्थ सच्ची मित्रता,
किसी एक दिन की मोहताज नहीं है।
हर दिन हमारे लिए मित्रता दिवस है,
जब भी हमारी तुम्हारी मुलाकात हुई है।।
मिश्री
-किरन झा मिश्री