साईकल
विश्व बाईस्कल दिवस पर शुभकामनाए
साईकल का साथ रोजका, जीवन में भरा रहा
बस समझे आपसे रिश्ता, हमेशा हरा भरा रहा
नुक्कड़ तक से एक पाव दही बेसन पता रहा
कभी एकाध महिने भरके राशन बाजार मजा रहा
यु तो घुम चक्कर बचपन में, भाया लगता रहा
वो बाबुजी से थप्पड, मॉंकी चप्पलें जो खता रहा
वो मन्दिर पे जाना, चार सवारी बैठाना, हफता रहा
कुछेक खिलोने, भगोने बर्तन साईकल सजा रहा
बाईस्कल नाता परेशा बनता पर और गहरा रहा
या कभी चैन पर लॉंक कभी पहियों पर पहरा रहा
राम राम सुख चैन, निबाह रही पर जीवन बढता रहा
उड़नखटौला न सही, ले सुन तु बैठ पीछे, कहता रहा
जिन्दगी हमें बहुत कुछ सीखा गई, यह दो पहिया रहा
होटल आईलेण्ड हो गौरे, सुने म्हने़ गुमे गालिया सहा
जुगल किशोर शर्मा 03जून,2023