एक इंदौरी भक्त,
भगवान से रोज शिकायत करता था!
हे भगवान... ठंड भोत लग री है......! गर्मी कितनी है....! बरसात नही हो री है..! उमस भोत है......! बारिश भोत है......! ग्राहकी नि चल री है.... ! बाज़ार मन्दा है...!
बीबी झगड़ालू है...! बच्चे हाथ से निकल गये हैं.....!
भगवान बोले: भाई तेरे को नीचे नी जम रिया हो तो ऊपर आ जा ......
भक्त: नही नही प्रभु सब ठीक है! मज़ाक़ कर रिया था मै तो !!