किस बात का शुक्रिया करूं मैं मां?
इतनी पीड़ा सह कर जन्म दिया उसका?
या रात भर जागकर मेरा खयाल रखा उसका?
खुद से पहले मुझे खिलाया उसका?
या मेरी बीमारी पर तुम्हे नींद नहीं आती थी उसका?
हूं मैं लड़की तेरी मगर,
पाला लड़कों की तरह उसका?
क्या शुक्रिया करूं मां मैं तेरा?
मेरी तो एक एक सांस है मोहताज तेरी।
-Mrs. Snehal Rajan Jani