विषय - होली के रंग,गुझिया के संग
दिनांक - 05/03/2023
रंग ,अबीर ,गुलाल मंगाओ,
होली का त्यौहार है आया।
एक दूसरे को भिगोने के लिए,
रंगों की बौछार है लाया।।
होली के इस उत्सव में,
मिलकर धूम मचाना है।
हल्की हल्की भूख लगने पर,
गुझिया का लुफ्त उठाना है।।
अपने दोस्तों के साथ मिलकर,
हुड़दंग हम लोग मचाएंगे।
ठंडाई में थोड़ी भांग मिलाकर,
सबको थोड़ी थोड़ी पिलाएंगे।।
ढोल नगाड़े बजा करके,
मस्ती में झूमना ,गाना है।
आते जाते सभी लोगों को,
रंग , गुलाल से भिगाना हैं।।
होली के इस त्यौहार पर,
द्वेष,लड़ाई,बुराई छोड़ दो।
रंग लगाओ,मिठाई खिलाओ,
जीवन में मिठास घोल दो।।
भुला दो पिछली कड़वी बातों को,
जन जन की बस यही बोली है।
हंसों हंसाओ, खुशियां मनाओ,
क्योंकि बुरा न मानो होली है।।
किरन झा (मिश्री)
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री