नन्हें कदम पड़े जो तेरे मेरे घर पे तो...
मेरा घर खुशियों भर गया...
विराना हुआ करता था कभी...
वह एक आलिशान महल बन गया...
तू आया जीवन में मेरे....
मेरा तो जीवन ही बदल गया...
है खुदा की रहमत तू...
जो मेरे घर आया तू...
तेरे आने से तो मेरा भाग्य भी बदल गया...
है मेरा बालक तू मगर....
मेरा तो सबकुछ अब तू बन गया....
आया जो मेरे घर तू तो...
मेरा घर खुशियों से भर गया...
नन्हें कदम पड़े जो तेरे मेरे घर पे तो...
मेरा तो घर खुशियों से भर गया...
मेरा घर खुशियों से भर गया....
हेतल जोशी... राजकोट