मैं और मेरे अह्सास
नजरों से दूर न जाना गुज़ारिश करते हैं l
आवाज सुनकर आना गुज़ारिश करते हैं ll
रंगीन रोमांटिक मौसम गुलाबी हुआ है l
सुनाओ कोई तराना गुज़ारिश करते हैं ll
ग़र जिंदगी में कभी कोई परेशानी आए l
तब गले से लगाना गुज़ारिश करते हैं ll
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह