#Krishna
हे कृष्ण कन्हैया,ओ रास रचैया
तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।
1-नंदबाबा का लल्ला प्यारा,
यशोदा की आंखों का तारा,
माटी खा कर मुख के अंदर
ब्रह्मांड दिखा ड़ाला सारा।
पूज्य बड़े बलदाऊ भैया
तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।
2-किया पूतना का वध ,
ऊंगली पर थाम लिया पर्वत,
अर्जुन को उपदेश दिया,
संकट में द्रोपदी की राखी पत
भक्त की पुकार पर बने खिवैया
तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।
3-यमुना तीरे , कंदब के नीचे ,
मुरली बजाएं आंखें मींचे
मीठी धुन सुन सुनकर
ग्वाल ,गोपिका रीझें, सब आएं पीछे
नृत्य कर उठें ,ता ता थैया
तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।
डॉअमृता शुक्ला