काश कोई ऐसा हो, जिसे देख मेरी पलके अपने आप झुक जाए..
मैं आंखें चुराऊ, मेरे चेहरे पर एक कश़िश आ जाए।
हो कोई ऐसा , जिसके छूने से मुस्कुराऊं, उसे ही गले लगाकर शिहर्र सी जाऊ ..
मैं घबराऊं, दूर जाऊ, पर दूर भी न जा पाऊं।
हो कोई ऐसा, जिसको इजाजत हो, अपने होठों से मेरे माथे को छूना...
काश... कोई तो हो ऐसा, जिसे गुस्से में भी, मैं 'मेरी जान' कह जाऊं।
@panchhi