जीवन के हर मोड़ हमें दो तरह की खिड़कियां देखने को मिलती हैं, एक खुली हुई खिड़की और एक बन्द खिड़की। जो खिड़की खुली हुई होती है वो हमारे दिल के समान होता है जो हम व्यक्त कर देते हैं वो खुली हुई खिड़की के समान होता है और जो व्यक्त नहीं कर पाते वो बन्द खिड़की के समान होता है।तो हमें हमेशा खिड़कियां खुली रखनी चाहिए जो भी दिल है उसे व्यक्त करना चाहिए।
शुभ प्रभात मित्रो
-RACHNA ROY