"दुःखिया यह संसार है
यामे सुखी न कोय |"
कोई पाकर दुःखी है,
कोई खोकर दुःखी ,
कोई निभाने के लिए दुःखी तो,
कोई निभाकर दुःखी |
कोई आभाव से दुःखी तो,
कोई प्रभाव से दुःखी |
कोई सम्पन्नता मे दुःखी तो,
कोई विपन्नता से दुःखी |
यह संसार दुःख का सागर है,
हमसब बिन नाव के पथिक ,
जिसे तैरना आया पार लगा ,
जिसे नाव मिली वो पार लगा |
जिसे तैरना न आया वह डूबा गया |