अहंकार एक ऐसा छुपा दुश्मन है जो,
नये- नये लिबास बदलता रहता है |
यह वह दीमक है जो व्यक्ति को अन्दर से बाहर की तरफ खाता है,, इसका परिचय उस स्थिति पर समॎप्ति ही है |

Urdu Thought by Ruchi Dixit : 111830701
New bites

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