एक विदेशी पर्यटक ने "काशी विश्वनाथ मंदिर" से भस्म का एक पैकेट खरीदा ।
भस्म बेचने वाले से उसने पूछा कि इस पैकेट पर एक्सपायरी डेट क्यों नहीं लिखी है,,,,,
भस्म बेचने वाले ने उसे एक मिनट तक ऊपर से नीचे तक घूरा और फिर कहा..
गुरु !!
ई त एक्सपायर्ड लोगन के ही जराय के बनल हौ, त एम्मे एक्सपायरी डेट नाहीं मिली,,,
लेकिन एके कपारे पे लगाय लेबा न, त तोहार एक्सपायरी डेट बढ़ जाई..
बोला बाबा विश्वनाथ की जय..
हर हर महादेव
🙏🙏