तेरा होना................
उसके होने पर विश्वास है,
उसके मानने वालों पर यकीन है,
वो है तभी तो उम्मीदें जिंदा है,
कोई ना माने वो अलग बात है.....................
आदत नहीं है मेरी लोगों से कुछ मांगने की,
ना हिम्मत है आँखों में एहसान शब्द पढ़ने की,
यहाँ ज़ुबान चीख - चीख कर,
हर बात बयान करती है,
बहुत बड़े है वो हर बार जताया करती है......................
सोचा उनसे बात करें जो दिखता नहीं,
दे देता है बहुत कुछ पर जताता नहीं,
ना दिखने का फायदा शायद यह भी है,
जो दिख जाए तो इंसान मर ही ना जाए कहीं...........................
सब्र चाहिए उस तक अपनी बात पहुँचाने का,
हुनर भी चाहिए अपनी बात मनवाने का,
वो मान गया तो सब कुछ दे देगा,
नज़राना भी देगा और नज़र भी रखेगा..........................
स्वरचित
राशी शर्मा