स्वार्थी नही हूँ !
प्रार्थना प्रायश्चित है ,
बीते समय के परिणामतः
कुम्हलाये पुष्पो के लिए ,
जिनका माली मुझे आपने ,
बनाया था | आज तुम्हारे
चरणों मे समर्पित कर रही हूँ ,
वह जिम्मेदारी जिसे तुमने मुझे
सौंपी थी | समय मे कर्मो की
उदासीनता की कमी को पूर्ण करने
मे एक तुम्हारे अतिरिक्त कौन सक्षम
है |.....समयदीर्घा से