सावन।
सावन
सावन आया रे मनभावन रिमझिम रिमझिम बारिश
की झलक दिखलाया रे।
ओ हो सावन आया रे वर्षा ऋतु अति पावन आया रे।
जन जन में खुशियां जगा गया रे।
लोगों को सावन गीत गाने की प्रेरणा दे गया रे।
वर्षा ऋतु अति मनलुभावन आया रे।
मन्द मन्द शीतल मलयानिल बहते हैं ।
मन में मधुर मधुर सावन गीत सृजन होते हैं।
आओ आओ सखियों चलो बागों में झूले पर
झूलते हुए सावन की सुहावनी गीतों को गाएं।
आओ प्रेम प्रवास पर रचना लिखें और राधे कृष्णा
जी के महारास पर शुभ शुभ गीत गाएं।
आओ सखि आओ आज हम झूमे नाचे और गाएं।
क्यों नहीं आज ही शरद पूर्णिमा का महारास मनाएं।
चलो वृन्दावन जाएं और राधे रानी के बरसाना हो आएं।
कालिंदी कूल किनारे पर कन्हैया मुरली मधुर बजाए।
चलो सखि राधे रानी संग बरसाना हो आएं।
जय जय श्री कृष्णा कोटि-कोटि प्रणाम
-Anita Sinha