वैसे तो हमे *हमारे ज़माने में* वालीं आदत नहीं, मगर जब *गुर* की बात निकालती है तब हमारे ज़मानेके गुरुकी याद आए बिना नहीं रहती ।
क्या लोग थे वोह, सिर्फ पढ़ाते नहीं थे मगर जीवनके लिए सही और गलतका ज्ञानभी देते थे । कभी उन्होंने पैसोंके सामने नहीं देखा गरीब विद्यार्थियोंको तो वोह मुफ्तमें सीखते थे ।
*उनकी punishment की बदोलत तो ये सब achievment मिले है हमे जिंदगीमें* ।
आज वोह सारे गुरुओको तहेदिलसे वंदन करके शुक्रिया अदा करता हूँ🙏🙏🙏🙏
गुरुपूर्णिमाकी शुभकामनाएं 🌸🌸