तेरा यु मु मोड़ के जाना याद है,
रहो पे कांटे बिछाना याद है,
बस छोटी सी है ज़िंदगी बस तेरा सब समझ के ना समझना याद है,
और कितनी ख्वाहिशे रखे कितना इंतज़ार करे दर पे तेरा.... तेरी ये झुंटी हिदायते याद है,
हमारी एक मुस्कान पे लाखो हो जाते है फिसल पर इसी मुस्कान को तेरा आंसू मे बदलना याद है,
ये वादा है हमारा बारिश की बूंदो से तुम यु हि बरसा करो बस हम ऐसेही तुम्हारे सहारे अपने आंसू छुपाया करेंगे , फ़र्क बस इतनासा है तुम बूंदो से मिट्टी महकाते हो हम ज़िंदगी को महकाएंगे.......❤️❤️
Piya