कुछ बाते, थोड़ी मुलाकाते,
येतो केवल,
प्यारका सिर्फ बीज होता है,
इसे समय पे छोड़े,
क्योंकि, जमीन, मौसम, कोई पशु, जरूरी पोषण, या फिर कोई रोग,
इन सभी से बचके, जबतक वह लहराता घटादार वटवृक्ष ना बने, तबतक इसे प्यार का नाम दे देना, जल्दबाजी है, जो अक्सर लोग करते रहेंते हैं.
-Shailesh Joshi